विभिन्न सामाजिक और समसामयिक विषयों पर लिखे मेरे व्यंग्यों और लेखों का संकलन Collection of my satires and articles, written on various social and contemporary issues
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
खुशी की गोतें | Khushi Ki Gotein (Satire)
6:19
6:19
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
6:19मलाल है न 🙇♂️ ज़िन्दगी में 🙆🏼♀️ करना क्या है 🤷🏻♂️ खुशी का 🥸
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
सोशल डिस्टेंसिंग | Social Distancing (Satire)
7:42
7:42
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
7:42दायरे ‼️ फांसले🧍 🧍♀️ रखें कैसे 🥺 सीखें हमसे ✌️
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
न होने का डर | Na Hone Ka Darr (Satire)
6:49
6:49
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
6:49लगे रहो 🧐 जुटे रहो 🤖 Online रहना ही 📲 जीवन है 🤙
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
चलके पर सेमिनार | Chalke Par Seminar (Satire)
3:51
3:51
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
3:51जो कुछ है ✊ थोथा पन है 👎 सार का 👌 क्या करना 🙄
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
पीढ़ी दर पीढ़ी | Peedhi Dar Peedhi (Satire)
5:30
5:30
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
5:30अधिकारी हो 👎 उत्पीड़न की 😨 पुरुष सत्ता में 💪 हे नारी 🧕🏻
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
संवेदना संदेश | Samvedna Sandesh (Satire)
5:06
5:06
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
5:06मौका कुछ भी हो ⚰️ स्थान कोई भी हो 😨 उद्देश्य सिर्फ एक 👆 बस हमारा नाम हो 😎
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
यमलोक हुआ कम्प्यूटराइज | Yamlok Hua Computerize (Satire)
8:35
8:35
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
8:35पाप-पुण्य ⚖️ लेखा-जोखा 🖋️ क्या परवाह 😏 होगा तब होगा 👎
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
तुम हो तो हम हैं | Tum Ho To Hum Hain (Satire)
9:24
9:24
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
9:24तुम पूजनीय हो🙏 हमारे वन्दनीय हो🙇♀️ बशर्ते बने रहो 👍 बेरोजगार🙍♂️🙍♀️
…
continue reading
सुधर जाओ 🤐 या सिधर जाओ ⚰️ समय रहते ⏳ समझ जाओ 🥺
…
continue reading
सरसों, बौरों,🌾 कोयल, भंवरों,🐝 तुम बिल के दायरे में भी हो।📜 हमारे ध्यान के शिकंजे में भी।💢
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
खुदा ही खुदा है | Khuda hi Khuda hai (Satire)
5:24
5:24
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
5:24खोदना जरूरी है⛏️ खो देना मंजूर है😫 विकास बाबा👹 हम सबका प्रिय जो है😘
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
आओ समय बिगाड़ें | Aao Samay Bigadein (Satire)
9:11
9:11
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
9:11जितना चाहो 🙆♂️ जैसे चाहो 🤷🏻♂️ समय का क्या है ⏳ मजे से उड़ाओ 💃🕺
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
गणतंत्र की हिलोरें | Gantantra Ki Hilorein (Satire)
8:25
8:25
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
8:25अधिकार मेरे 👈 कर्त्तव्य तुम्हारे 👉 वाह भारत 👍 सही जा रहे हो 🤙
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
दिखाने के और | Dikhaane Ke Aur (Satire)
9:25
9:25
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
9:25नकली ही सही 🎭 बस चमक चाहिए 💥 दांतों में भी🦷 बातों में भी 🤷🏻♂️
…
continue reading
कड़ाके की ठंड है🥶🧥 बर्फबारी, बारिश ❄️🌧️ यही तो मौसम है⚡ कबड्डी-कबड्डी का🤼♂️
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
संकल्प के सौन्दर्यमान | Sankalp Ke Saundryamaan (Satire)
7:59
7:59
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
7:59अमल मत करो ❌ बस दृढ़ निश्चय ✊ करके देखो 🤓 अच्छा लगता है 🤪
…
continue reading
इधर का उधर 👈👉 उधर का इधर 😉 इस इधर-उधर में😎 किधर का किधर🤔
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
क्या लिखूं, कैसे लिखूं? | Kya Likhoon, Kaise Likhoon? (Satire)
8:36
8:36
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
8:36लोग पढ़ने को तैयार बैठे हैं📖 समय ही समय है उनके पास🕰️ लिखने भर की देर है✍️ तुम कुछ लिखो तो लेखकों 📝
…
continue reading
कमाओ,खूब कमाओ💰 उड़ा दो खाने-पीने में🍔🍾 मौज - मस्ती में 💃🕺 और बीमारियां पालने में🩺🛏️
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
चप्पा-चप्पा, चस्पा-चस्पा | Chappa-Chappa, Chaspa-Chaspa (Satire)
11:37
11:37
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
11:37जिसे देखो👆 जहां देखो👉 जब देखो👇 चिपकाने में लगा है🖼️
…
continue reading
दिल का मामला💘 दिल से ही समझना चाहिए💓 लोग मूर्ख हैं जो😬 इसमें भी दिमाग लगाते हैं🧠
…
continue reading
पृथ्वी को लपेटा था तुमने 🌍 किसी ने तुम्हें लपेट दिया 👥 सांस लेना प्लास्टिक में 👹 कैसा होता है, पता तो चला 😩
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
सातवीं इन्द्रिय | Saatvi Indri (Satire)
5:55
5:55
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
5:55बिना उसके सब रुक जाता है 🚫 दिल की धड़कन भी 💓 मानव शरीर की ये अनिवार्यता📱 अब आन्तरिक होनी चाहिए 🤳
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
मैं बेकार हूँ | Main Bekaar Hoon (Satire)
3:59
3:59
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
3:59बेकार लोग बेकार दिखते हैं 🥺 हमेशा बेकार कहलाते हैं ☹️ बेकार ही समझे जाते हैं 😬 और बेकार क़रार दिये जाते हैं #️⃣
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
छूट का चन्दन | Chhoot Ka Chandan (Satire)
10:29
10:29
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
10:29बचत पैसा बचाने से नहीं💰 खर्च करने से होती है🎊 जितना खर्च उतनी छूट💬 ज्यादा छूट ज्यादा बचत💸
…
continue reading
हंस के हिस्से दाना तिनका 🌾🦢 कलयुग के लिए तय था🙄 त्रेता के आदर्श🙏 किताबों में ही मिलेंगे 📖
…
continue reading
धन💰 चाहिए तो लक्ष्मी माता ज्ञान 📖 चाहिए तो सरस्वती शक्ति 💪चाहिए तो मां दुर्गा कुछ भी चाहिए तो माता ही याद आती हैं🙏
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
गुलाब जामुन - एक सामजिक सरोकार | Gulab Jamun - Ek Samajik Sarokar (Satire)
6:59
6:59
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
6:59मुखौटा है असली चेहरा, मोटी चमड़ी पहचान। हमें चाहिए अपनी मस्ती, बाकी सबसे हम अनजान।
…
continue reading
पेड़ ईंटों के, पहाड़ प्लास्टिक के, जंगल सीमेंट के, हमने प्रकृति तक को विकसित कर दिया।
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
कल आज और नल | Kal, Aaj Aur Nal (Satire)
10:00
10:00
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
10:00पानी की क्या परवाह करना, वो तो फैक्ट्रियों में बना लेंगे। हमें सिर्फ बच्चों के आर्थिक भविष्य, और भौतिक सुखों की चिंता करनी चाहिए।
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
मनोरंजन के दिन | Manoranjan Ke Din (Satire)
10:53
10:53
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
10:53उदासी जीवन रस सोख लेती है। दिल पर बुरा असर डालती है। मुद्दे असली है या नहीं, हमें क्या फर्क पड़ता है?
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
सहज माफ़ी का दौर | Sahaj Maafi Ka Daur (Satire)
10:28
10:28
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
10:28गलती करके परेशान न हों.. मनुष्य है ही गलतियों का पुतला.. सीख,सबक, सुधार के सिवाय.. कुछ और भी बेहतर हो सकता है।
…
continue reading
खाओ पीओ और मौज करो...या फिर.... सौंपदो अपनी मेहनतकश जमाओं को उन्हें, जो आपके धन से खा पी कर मज़ा करें।
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
बड़ी देर भई नंदलाला | Badi Der Bhai Nandlala (Satire)
12:11
12:11
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
12:11देर नहीं, तो अन्धेर कैसे हो? अन्धेर नहीं, तो आश्वासन कैसे हो? आश्वासन नहीं, तो भाषण कैसे हो? भाषण नहीं, तो शासन कैसे हो, प्रशासन कैसे हो?
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
शूर वीर ये भी कम नहीं | Shoor Veer Ye Bhi Kam Nahi (Satire)
10:48
10:48
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
10:48वीरता नहीं दिखाना कायरों का काम है,जो हम कतई नहीं हैं। सीमा पर नहीं भेजोगे तो गली - मुहल्ले - शहर, जहां हम हैं उसी को रणक्षेत्र बना बहादुरी दिखा देंगे। खून है तो खौलेगा ही।
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
अजीब आदमी है, आदमी | Ajeeb Aadmi Hai, Aadmi (Satire)
12:56
12:56
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
12:56बुद्धि ने उसे बेवकूफ बनाया, उसने कायनात को बेवकूफ बनाया। सबको जीतने के चक्कर में, स्वयं से हारता चला गया। सुखी होने के लिए खूब दुःख दिये खुद को, इतने दुःख पा कर कैसे सुखी हो सकता था।
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
ब्रेक के बीच में | Break Ke Beech Mein (Satire)
12:38
12:38
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
12:38दिमाग का दही कर दिया इन विज्ञापन बना कर माल बेचने वालों ने। होने और दिखाने में जमीन आसमान से कम का अंतर नहीं होता। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की गर्दन इनके शिकंजे में है और उससे चिपके रहने के कारण हमारी भी। ये बेवकूफ समझ कर बेवकूफ बनाते हैं या बेवकूफ बना कर बेवकूफ समझते हैं।
…
continue reading
समझदारी और परिपक्वता नहीं,चमड़ी की रंगत ही,चरित्र और बुद्धि की श्रेष्ठता निर्धारित करती है। गोरे दूध के धुले हैं और काले ..... हम भारतीयों का रंगभेद दुनिया में सबसे उम्दा किस्म का है, ये दूसरों के लिए प्रर्दशन में विश्वास नहीं करता। ये यकीन करता है अपने परिवार, समाज की सांवली/काली बेटियों पर प्रहार में।…
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
नेगेटिव पॉजिटिव | Negative Positive (Satire)
13:40
13:40
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
13:40ये हो क्या रहा है? नेगेटिव रहने के लिए सोच को पाॅजिटिव होना जरूरी बताया जा रहा है। पाॅजिटिव आ जाने पर नेगेटिव करने की कोशिश की जा रही है। नकारात्मक समझदार माना जा रहा है, और सकारात्मक बेचारे पर ढ़ेरों प्रश्न दागे जा रहे हैं।
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
वारियर्स ये भी | Warriors Ye Bhi (Satire)
13:10
13:10
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
13:10वायरस शब्द ने तो हाल ही में प्रसिद्धि पाई है जबकि वायरल शब्द बहुत पहले से चर्चित रहा है। सन्देश कैसा भी हो, वायरल करने के पुनीत कार्य में लगे वारियर्स का उचित सम्मान होना जरूरी है। ग्रुप के सभी सदस्य अपने स्तर पर कितना परिश्रम करते हैं तब कहीं जाकर दिमाग का एनकाऊंटर हो पाता है और आशातीत परिणाम आ पाते हैं।…
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
दुश्मन बनिया | Dushman Baniya (Satire)
12:37
12:37
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
12:37बाजार हथियाने के एक से एक हथकंडे मुझे आते हैं। दूसरे देशों के उत्पादों ही नहीं अर्थव्यवस्था को पटखनी देकर मैं यहां तक पहुंचा हूं। तुमसे कमाए को तुमसे कमाने में लगा देने का तरीका मुझे पता है और तुम्हारे खिलाफ लगाना भी।
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
मैं, दो पाया | I, The 2 Legged (Satire)
14:39
14:39
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
14:39मेरे पैर दो और तुम्हारे चार। कहने को तो फर्क सिर्फ दो पैरों का है। लेकिन कपाल के भीतर का तन्त्रिका- तन्त्र जिसे बुद्धि कहते हैं वो खास है। मैंने अपनी विलक्षण बुद्धि का उपयोग ऐसा किया कि तुम चौपायों को जानवर बना दिया। मै नहीं होता तो अपना लम्बा जीवन तुम्हें पूरा बिताना पड़ता। तुम्हें जीव-बन्धन से मुक्ति दिलाने के लिए ही मैं रात- दिन लगा रहता हूं।…
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
कोई कारण नहीं | No Reason At All (Satire)
8:56
8:56
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
8:56अपनी समझदार संवेदनाओं को संभाल कर रखिएगा। पीड़ित व्यक्ति के जिन्दा रहते ही खर्च कर दी तो उसके मरने के बाद क्या करेंगे? कहां से लाएंगे Social Media पर सार्वजनिक करने के लिए शहद में डूबे अच्छे - अच्छे शब्द और वाक्य विन्यास? कैसे दिखाएंगे अपना ज़िम्मेदार नागरिक होना? कैसे प्रर्दशित करेंगे कर्त्तव्य परायण परिवार, समाज और देश होना?…
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
भगवान् तुम्हारे हाथों में | Bhagwan Tumhare Hathon Mein (Satire)
14:39
14:39
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
14:39ये हमारी भलमनसाहत है, कि हमने लोगों की तकलीफें दूर करने का काम चुना है। सरकार सभी की परेशानियों का निराकरण नहीं कर पा रही थी। उसने हमसे हाथ बंटाने के लिए कहा तो हम जुट गए तन-मन-धन से।
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
Jahan Hai To Jaan Hai | जहान है तो जान है (Satire)
12:19
12:19
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
12:19दो - ढाई महीने तो लगे, आखिरकार हम कोरोना से negotiation करने में सफल रहे। वह सिर्फ और सिर्फ रात को सक्रिय होने के लिए मान गया। इसलिए दिन को lockup से बाहर कर दिया, जबकि रात अभी कुछ और दिन- महीने वहीं रहेगी।
…
continue reading
घर में सुबह-शाम रोजाना का वही एक-सा रुटीन है, शान्ति है।लेकिन बाहर की दुनिया हर दिन तेजी से बदलती दिख रही है। बहुत सारी आवाजों के साथ निर्ममता की गूंज भी सुनाई दे रही है। |There is the same routine, peace in the morning and evening in the house, but the world outside is seen changing rapidly every day. An echo of ruthlessness is also heard with man…
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
Everlasting after-effects of the lockdown (Satire) - तुम्हारे जाने के बाद (व्यंग्य)
12:46
12:46
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
12:46कोरोना काल की पाबंदियों और समझदारीयों का दूरगामी असर | The far-reaching effects of restrictions and understanding of the post Corona period
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
Adapting to the New Normal - मरता, क्या न करता?
11:07
11:07
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
11:07लॉकडाउन ने हमें क्या कुछ नहीं सिखा दिया? बीमारी का डर हमसे वह सब करवा रहा है, जो सही था, फिर भी हमने नहीं किया।स्वतः नहीं, ज़बरदस्ती ही सही।#corona #covid19 #lockdown #positivity #adaptingtothenewnormal
…
continue reading
![Artwork](/static/images/128pixel.png)
1
History Of Pandemics - महामारियों का इतिहास और इतिहास पर उनका प्रभाव
21:43
21:43
التشغيل لاحقا
التشغيل لاحقا
قوائم
إعجاب
احب
21:43पिछले कई महीनों से पूरा विश्व कोरोना से जूझ रहा है।हमारे लिए यह स्थिति बिल्कुल नई और असाधारण है। अपने-अपने तरीके से हम इसे समझने और इससे सामंजस्य स्थापित करने में लगे हैं। हमारी सोच को सहारा देने में इतिहास के सन्दर्भ महत्वपूर्ण भी हैं और दिलचस्प भी। महामारियों का इतिहास और इतिहास पर उनका प्रभाव, मेरी कलम से,सुने और अपने विचार साझा करें...…
…
continue reading